26
November 2014
19:18
-इंदु बाला
सिंह
पुकारते
हर पल हरि को तुम
हो सतकर्म से
विमुख
देख
तेरी ही हथेली
में
हैं छिपे
जगन्नाथ
सपरिवार
वही हाथ
लगायेगा तुझे थप्पड़
और
मांगेगा तुझसे
हिसाब
तुझ द्वारा
काटे गये हाथों का
और
तेरा महाकाल
देगा
तुझे
इक दिन जरूर
अपना दर्शन |
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