05
November 2014
19:03
-इंदु बाला
सिंह
बीबी आयी
बहन हुयी
परायी
अकेली सास की
न सोंचूं मैं
भई
!
वह तो
कुछ वर्षों
की मेहमान
अब
कितना ढोऊंगी
मैं
सास की बिटिया
ननद को
........
सुन कर ये
बातें पड़ोसन की
क्रोध आया
मुझे
उस
लड़की पर
जो थी
अपने भाई की
ही तरह
उस विशाल घर
की हकदार |
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