सोमवार, 17 नवंबर 2014

मुट्ठी में है वक्त


18 November 2014
07:17
-इंदु बाला सिंह

जमीं पर था बुलाया तुमने
आया हूं मैं तेरे पास 
ले वक्त अपनी बंद मुट्ठी में
खुलेगी जिस दिन
बंद मुट्ठी मेरी
उस दिन
मैं नापूंगा जमीन |

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें