शनिवार, 15 नवंबर 2014

महिला और मंदिर


14 November 2014
12:36
-इंदु बाला सिंह

सभी सास ऐसी ही होती हैं ........
ननदें तो बोझ ही होती हैं कलेजे का ........
अब क्या करूं ..........
कितना प्यारा प्यारा मुद्दा होता है
सफल शहरी महिला  का
इस मुद्दे के बिना
सूना होता है उनका लंचबॉक्स
और
विवाह में लेनदेन और मन्दिर के कर्मकांड की खुशबू भी
जरूरी रहती है ..........
जितना ज्यादा धनवान पति
उतनी ज्यादा धार्मिक पत्नी होती है
घर में पूजा कौन देखता
मंदिर की पूजा ज्यादा  जरूरी है |

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