08
November 2014
23:02
-इंदु बाला
सिंह
ये
कैसा उत्थान
है
महिला व
बच्चों का
कि
वर्ष पे वर्ष
गुजरते जाते हैं
पर
महिला
अब भी गुजारा के लिये
पुरुष का मुंह
ताकती है
बच्चे बचपन
में ही कमाना सीख लेते हैं
और
अपनी कमाई का
पैसा
माँ की हथेली
पर रख खुश हो जाते हैं |
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