20
November 2014
14:55
-इंदु बाला
सिंह
कुछ भी तोड़ो
चलेगा
पर
विश्वास
न तोड़ना
किसी आत्मीय
का
क्योंकि
जिस दिन मन
टूटेगा
उस दिन
खो
जायेगा वह स्वजन भीड़ में ......
दुःख के कारण
ही
रच
गयी रामचरितमानस ........
यह तो
बस कहने की
बातें हैं ...........
वह काल गया
व्यक्ति की
भावनायें बदलीं |
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