01 December 2014
08:17
-इंदु बाला सिंह
राही हैं .....
गुजर जायेंगे
अपने पड़ाव पे
उतर जायेंगे
पर
हवा में
हम बस जायेंगे
और
मुस्कायेंगे
अपनों में ........
जियेंगें
हम उनके सपनों में |
My 3rd of 7 blogs, i.e. अनुभवों के पंछी, कहानियों का पेड़, ek chouthayee akash, बोलते चित्र, Beyond Clouds, Sansmaran, Indu's World.