मंगलवार, 14 अक्टूबर 2014

घूंसे की चोट


25 September 2014
13:20
-इंदु बाला सिंह

सुरक्षित रहता पुरुष
उस अंगूठे सा
जो
बंधी मुट्ठी की
माँ , बहन , पत्नी और बेटी सरीखी चार उँगलियों में बसता
और
लगता जब वह घूंसा किसी को
तब
टूट जाता 
जबड़ा सामनेवाले का |

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