सोमवार, 20 अक्टूबर 2014

मन शांत है


21 October 2014
10:58
-इंदु बाला सिंह

कल शाम
दिखाया था
सच ने
अपना विशालकाय रूप
दुखी मन को
और
कहा था  ........
मत समझ
खुद को
कभी अकेला
तू
तेरे साथ रहा हूं
और
रहूंगा
जब तक तू है जीवित
तब से ही
मन शांत है
और
अबोध शिशु बन गया है |

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