बुधवार, 15 अक्टूबर 2014

बचपन खिल उठा


30 September 2014
20:45
-इंदु बाला सिंह

बड़ी दुरूह लगी थी
बचपन से पचपन तक की दूरी
पर
आज पलट के जो देखा मैंने
बचपन को
तो
वह
यों खिल उठा
मानो
बस कल की ही बात हो |

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