02
October 2014
07:59
-इंदु बाला
सिंह
मन तो
उड़ता पंछी
जहाज का
जायेगा कहाँ
बारम्बार लौट
कर
आयेगा
हमारे ही पास
हम खुश होते
हैं
मन के संग
और
फिर लगा देते
हैं
खुद को
किसी काम में
और
पल भर में
मन
सो जाता है
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