बुधवार, 15 अक्टूबर 2014

बचपन की साथिन


04 October 2014
23:14
-इंदु बाला सिंह

हमारी
बचपन की साथिन नैतिकता
कभी न साथ छोड़ती
हमारा
हम दुखी हों
या
दिग्भ्रमित 
खींच कर हमारी बांह
पार करा ही देती
वे अंधियारे पल
वह
कभी
लड़खड़ाने न देती हमें
सड़क पे |

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