रविवार, 3 अगस्त 2014

इमानदारी का बोझ


04 August 2014
12:01
--इंदु बाला सिंह

प्रगाढ़ दोस्ती के लिये
एक दुश्मन चाहिये
जिसके नाम पे
बतिया सकें
चाय के साथ
या
गिलास के साथ
वो
सदा अकेला रहा
अपनी इमानदारी का बोझ ढोता रहा |

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