सोमवार, 18 अगस्त 2014

बेटी में भी तू है


09 August 2014
06:58
-इंदु बाला सिंह

तुम्हारी बेटी
तुम्हारा दर्पण है
किस में दोष ढूंढते तुम |
तेरे कुनबे
तेरे समाज
तेरे कर्म का ही तो
वह प्रतिरूप है |

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