16 August
2014
23:29
-इंदु बाला
सिंह
माना कि जाना
है
खाली हाथ
पर
मोह और कर्म
हाथ पकड़ कर
चलते हैं
सदा
साथ साथ
परिवार में
और
गृहस्थ से
बड़ा न सन्यासी कोय
जितना लेता
है
उसका
चार गुना दे
जाता है
वह
इस जग को |
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें