शुक्रवार, 15 अगस्त 2014

आलसी बाजार


13 August 2014
19:47
-इंदु बाला सिंह

ओ बाजार !
तुम कितने आलसी हो
मैं सुबह सुबह उठ कर स्कूल जाता हूँ
पर
तुम क्यूँ नहीं
उठते सबेरे |
गर्मी छुट्टियों के दिन मैंने
देखा है तुम्हे
जब मैं सुबह की दौड़ लगाकर
गुजरता हूं
तुम सोये पड़े रहते हो
मैं
उस समय
तुमसे चाकलेट खरीदना चाहता हूं सदा |

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