सोमवार, 18 अगस्त 2014

हम हैं मस्त सहोदर


08 August 2014
06:56
हम मतवाले दोपाया होते ही
निकल पड़े
सडकों पे |
घर - बाहर
हंसते खिलखिलाते
सड़क गमकाते
हम सहोदर |
हम उदाहरण
मुहल्ले के
हर घर के
अपना भाग्य निर्माता |
हममें न किसी सत्ता का बीज
हम सिपाही आजादी  के
नैतिकता के
बगीचे के फलदार वृक्ष |
हम भाई - बहन हैं हर माँ की हसरत
सरकारी जीप के  ड्राइवर हमें जब सैल्यूट दे
तब पड़ोसी अख़बार हटा कर पल भर हमें देखें
हम हैं ऐसी सन्तान |

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