सोमवार, 18 अगस्त 2014

पितृ सत्ता की जन्मदात्री


09 August 2014
09:15
-इंदु बाला सिंह

सामने के द्वार पर
लगा दिया था उसने ताला
जिससे न लगे कि बहन है घर की मालकिन
और
अपमानित बेटी निकलती थी बाहर
घर के पिछवाड़े से  |
माँ निकलती थी
घर से बाहर अपने कमरे के दरवाजे से
एक दिन उसकी माँ पिछवाड़े का दरवाजा बंद करना भूल गयी
चोर घुसे घर में पीछे से
हल्ला हुआ
भागे चोर
माँ बोली .....
इसीलिये तो लगाया है हमने ताला
सामने के दरवाजे में |
वाह !..जी वाह !...क्या बात है ....
जय हो !....पितृ सत्ता के जन्मदात्री की
घर में पालनेवाली राजनीति की |

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें