सोमवार, 25 अगस्त 2014

एक अजीब चाहत


25 August 2014
10:34
-इंदु बाला सिंह

कुछ बन पाने की चाहत में
हम चलते चले जाते हैं
समय बीतने पर
महसूस होने लगता है
चलना ही तो थी
चाह  हमारी
और जिसे हमने भरपूर जिया भी |

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