12 August
2014
22:16
-इंदु बाला
सिंह
बोझ बने
रिश्ते
और उन्हें
छोड़े
तुम सड़क की
पुलिया पे
भविष्य के
सम्मोहन में
इतना फंसे
कि
दिन
, तारीख
भूले
और
जब तुम लौटे
रिश्ते
खो चुके थे
समय
की आंधी में |
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