मंगलवार, 12 अगस्त 2014

औरत एक चीज है


13 August 2014
00:09
हैरान हूं
तेरे रूप देख के
ओ नारी !
कहीं तू लिपटी कपड़ो में
तो कहीं
तू है नाम मात्र कपड़े में
ये कैसा जीवन है तेरा
अजब अनोखा
बनी तू आकर्षक मदमस्त चीज सदा |

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