सोमवार, 18 अगस्त 2014

जीत का सूरज उगेगा


07 August 2014
08:26
-इंदु बाला सिंह

हिम्मत न हार
चलता चल
इतना जान ले तू
हर रात की सुबह होती है
इतना न घबरा तू
हम तो आजीवन लड़े किस्मत से
किस्मत ही थक जाती है
हमारी चुनौती से
इस आशा में जिये हम
कि
हार के अंधियारे में ही जरूर
हमारी जीत का सूरज उगेगा
और
हमारे गीले कपड़े सूखेंगे |

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