20 August
2014
12:47
-इंदु बाला
सिंह
सुनायी
वह बड़े ताव से
निज मित्रों
को अपने ब्याह की सुघड़ कहानी .......
कोर्ट में
किया था उसने
अपने प्रेमी संग ब्याह ........
मैंने महसूसा
....... उसके प्रेमी का बल
और पहचाना
उसकी बेईमानी
व
मृत सम्वेदना
रही कसर भी
उसने यह कह कर पूरी कर दी
कि
उसने तो उस
दूकान के लिये
मुकदमा भी ठोक
दिया है
जो इस समय
उसके पिता के पास है ........
जिसे वह अपने
ब्याह से पहले
बड़े श्रम से
चला रही थी |
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