16 August
2014
23:49
-इंदु बाला
सिंह
रात
के दिन बनते ही
उंघती
सड़क चौंक जाती है ..........
ओह
!
कहीं दूर से
आया शंख नाद
लग रहा है
कृष्ण कहीं
जन्मे हैं
अरे
!
ये लो
सड़क भी पल भर
में
मोगरे के
खुशबू से गमक उठी है |
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