गुरुवार, 11 दिसंबर 2014

दोनों बाजू में तू


28 November 2014
08:10
-इंदु बाला सिंह

जन्म
सत्य है
और
सत्य है मृत्यु
फिर
सत्य से घबराना क्या
गर दोनों बाजू में हमारे है तू 
आ चल चलें
जी लें
मस्ती में
और

खर्चें हम अपना समय धन |

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