रविवार, 14 दिसंबर 2014

हम सो गये


15 December 2014
10:54
-इंदु बाला सिंह

कहते रहे हम .....
तुम सुनते रहे
हमारी बातें .........
हम सो गये कहते कहते
और
तुम जागते रहे
खामोश से
तुम इतने स्पंदनहीन कैसे हो !

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