18
December 2014
13:03
-इंदु बाला
सिंह
फांय फांय अंगरेजी बोलते हमारे बच्चे
सुन सुन तरसते
हम
कि
कब निकलेगी
उनके मुंह से हमारी भाषा .........
.....................................
हाय रे पैसा !
तूने तो छीन
लिया मुझसे मेरा परिवार
ये कौन सा पाठ
पढ़ाया तूने
मेरे अपनों को
विदेश में
और
और
दूर कर दिया है
तूने उन्हें
भला क्यूं आज मुझसे |तूने उन्हें
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