शुक्रवार, 5 दिसंबर 2014

कोई दे कंधा


06 December 2014
07:25

-इंदु बाला सिंह

जब तक आस है
तब तक जीवित हैं हम
आस टूटेगी तो
कोई दे कंधा
देखने
न आयेंगे हम..........
रोते हुये आये थे
चेहरे खिला के जायेंगे हम |

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