- इंदु बाला सिंह
ऐडमिशन न हो पाया था उसके बेटे का बड़े स्कूल में
और वह निरुद्देश्य सी स्कूल की सड़क पर घूमती रही थी देर तक उस दिन ......
लग रहा था दुनिया ही खत्म हो गयी हो
सामने एक खालीपन सा था .....
आज भारत के उच्च व प्रतिष्टित कालेज से पढ़ कर ऊँचे पद पर बैठा है उसका बेटा ...
वह उन दो पलों के बीच झूल रही है ......
और वह निरुद्देश्य सी स्कूल की सड़क पर घूमती रही थी देर तक उस दिन ......
लग रहा था दुनिया ही खत्म हो गयी हो
सामने एक खालीपन सा था .....
आज भारत के उच्च व प्रतिष्टित कालेज से पढ़ कर ऊँचे पद पर बैठा है उसका बेटा ...
वह उन दो पलों के बीच झूल रही है ......
गजब के पल होते हैं ......
आदमी बवह स झूलता रहता है समय के झू
आदमी बवह स झूलता रहता है समय के झू