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शुक्रवार, 3 जून 2016
पसर जायेगी धीरे धीरे
- Indu Bala Singh
बुलाओ तो नहीं आएगी
ईमानदारी पल भर में
तेरे घर में .......
पर आयेगी
वह तेरे घर जरूर
तेरा अड़ोस पड़ोस , मुहल्ला देखकर .......
और पसर जायेगी ...... धीरे धीरे
वह तेरे चारो ओर ।
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