06 May 2016
12:46
12:46
-इंदु बाला सिंह
कहते हैं - गुलामी अभिशाप है.......
और मैं कहूं - मानसिक गुलामी उससे बड़ा अभिशाप है .....
क्रूर विधि की स्मृति रेखा सरीखी औरत से बड़ा गुलाम न देखा मैंने आज तक .....
न जाने कब खींचेगी वह ....... अपनी अस्तित्व रेखा |
और मैं कहूं - मानसिक गुलामी उससे बड़ा अभिशाप है .....
क्रूर विधि की स्मृति रेखा सरीखी औरत से बड़ा गुलाम न देखा मैंने आज तक .....
न जाने कब खींचेगी वह ....... अपनी अस्तित्व रेखा |
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