सोमवार, 15 सितंबर 2014

अपनों के अनुभव


15 September 2014
23:35
-इंदु बाला सिंह

कभी कभी
जब आँख नींद से झपने लगती है
तब
किसी की अस्फुट आवाज
गाँव की बोली में सुनायी दे जाती हैं
हम कितना भी दूर रहें
अपनों से
अपनों के अनुभव अन्तस् में सोये पड़े रहते हैं
और
वे जाग जाते हैं
कभी भी |

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