रविवार, 14 सितंबर 2014

बचपन की मित्रता


11 September 2014
08:45
-इंदु बाला सिंह

बचपन की मित्रता होती सूरज
दूर बैठे
बिन माध्यम
आजीवन गर्माते हम
और
एक दिन
खटिये से धरा पे
सुला दिये जाते हम |

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