सोमवार, 28 जुलाई 2014

मित्र


28 July 2014
23:36
-इंदु बाला सिंह

मित्र
समानांतर रेखा सा होता है 
जो
एक दुसरे का ख्याल रखते हुये
बस बढ़ता ही जाता है |

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें