14 July
2014
07:29
-इंदु बाला
सिंह
धारण कर
ग्रीवा में
हाला
जिन्दगी
तो शिव सी भयी .......
हर साल
सावन में जग
जाती तू
तीज में
झूले झूलती
ओ री जिन्दगी
बाकी माह
तू
कहां सो जाती
छुप जाती
खो जाती
हवा में
तेरी उपस्थिति
मैं सूंघती
फिरती |
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