दूसरों का
भला कर
उनकी खुशी
में
अपनी खुशी
ढूंढ मन
जी तो लेता
है
पर
जब
उसे
अपना एक भी खुशनुमा पल
यादों में
ढूंढे न मिलता
तब
फिर से
लौटता है वह
अपने पुराने
काल में ..........
वह खुद की
गलती ढूंढ ही न पाता ..........
शायद
कोई गलती न
करना ही
उसकी
बहुत बड़ी गलती
थी |
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