शनिवार, 29 मार्च 2014

सुखद समाज


दर्शक ,
विचारक ,
शिक्षक ,
छात्र ,
चिकत्सक .
रोगी ,
इंजीनियर ,
कारीगर
ने थामा
एक दुसरे का हाथ
और
खेलने लगे
मेरी गो राउंड
वातावरण खिल उठा
सब जी उठे
सुखद
समाज की नींव
पड़ रही  थी 

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