रिश्ते
वृक्ष या
पौधे होते हैं
कुछ
हमें
छांव देते हैं
तो
कुछ फल देते
हैं
कोई कोई तो
हमारा जीवन
सुगन्धि से भर देते हैं
या
फिर आजीवन
काँटों से चुभते रहते हैं
जैसे भी रहें
ये
पर यह तो
निश्चित है
रिश्ते
हमें जीने के
लिए
ऑक्सीजन देते
हैं |
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