सोमवार, 24 सितंबर 2012

छोटी कविताएँ - 6

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भूख बीमारी
पहचान मेरी बाबु
आज !
कभी था मजदूर
सड़कें बनाई
मकान बनाया
खुद बेघर
मैं
बेटे के घर
रहता हूँ
बेटा मेरा मजदूर है
स्वस्थ है |

   2

विदा होते वक्त
वे 
कुत्ते से मिले गले
घर की बेटी से नहीं
विधवा थी वो
अशुभ होता
शायद आगे का जीवन 
उनका
ये भावनाएं
हमने पैदा की
ईश्वर ने नहीं !
कितना अन्याय करते
हम ईश्वर के नाम पे |

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