रविवार, 30 सितंबर 2012

हाइकू - 42



मृत्यु भली है !
बुढ़ापा निज बिन
जीना मुश्किल |

कायर है क्या !
मृत्यु का आह्वान क्यों !
जंग से डरा ?

मोहभंग हो
ऐसा कर कभी
खुशी बाँट तू  |

इतवार है
नाच ले तू जी भर
निज धुन पे |

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