सोमवार, 17 सितंबर 2012

हाइकू - 33


अंश तू मेरा
जीत का पर्याय है
युद्ध जीतेगा |

वक्त डरेगा
भोर ने पुकारा है 
चल अकेला |

अनुभव है
भोर का तारा दिखे
गुमेगा कैसे ?

दी आशीष मैं
छठी इन्द्रिय बोली
इच्छा पूर्ति हो |

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