गुरुवार, 27 सितंबर 2012

हाइकू - 40


जाग मुसाफिर !
काल चक्र है चला 
आगे बढ़ तू |


काट अँधेरा
नैतिक प्रकाश ले
जंग में मोह ?


हर पल जी
कल किसने देखा !
यही जीवन |

बोता जा बीज
कोई पायेगा छाँव
नेकी कर जा |

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