रविवार, 16 सितंबर 2012

हाइकू - 32


हिन्दी है प्राण
राज्यभाषा बहनें
स्मरण रहे |

बहा खून है
धर्म के नाम सदा
ये कैसा धर्म ?

पशुत्व भारी
मानवता शर्माती
क्यों गुर्राए वो |

गाजर नहीं
इंसान हैं हम जी !
बुद्धि बची है |

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