धूप
!
छोटे बच्चे
हम
जाड़े के मौसम
में
क्यों न रहती
हरदम तुम
दिन भर तो
बाहर संसार
बसायें हम
खेलें कूदें
पेड़ पर चढ़ें
अमरुद के
इस डाली से
उस पर डाली चढ़
बन्दर बन
जायें हम
कितना भला
लगती है
स्कूल की
जाड़े की छुट्टी
छत पर बैठ
माउथ आर्गन
बजाएं हम
लान में लेट
हैरी पॉटर
पढ़ें हम
पर न भाए हमें
रात में घुस जाना
अपने कमरे में
प्यारी धूप !
तुम रात में
भी रहती तो
हम सो जाते
खेलते खेलते
बालकनी में |
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