मंगलवार, 17 दिसंबर 2013

जय हो माँ की !

: बच्चे हों
पांच बेटे
और एक बेटी हो
पांचों बेटे विदेश  में हों
हो एक बेटी पड़ोस में
तो माँ की चांदी है
बेटों की प्यारी है
क्यों कि
भाईयों को न देना है
धन दौलत पड़ोसी बहन को
जय हो माँ की
नौकरों से भरे घर की |

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