जाति धर्म
लिंग
छूटे हमसे
मृत्यु के पश्चात् ही
यह जान कर
बढ़ाएं मनोबल
हृदय में
सहिष्णुता
आत्मा में
पवित्रता
नैतिकता
का शीतल प्रलेप करें तन पर
खून में सत्य
का उबाल ले
जब चलेंगे
और बढ़ते
चलेंगे
तब अपने
मुस्कायेंगे
धरा
मुस्कायेगी |
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