बुधवार, 4 दिसंबर 2013

हर सांस एक कहानी

हर सांस एक कहानी है
जिसे लिखवाता पवन जबानी है
कैसे भागूं
घर , वन , सड़क , आफिस
सभी जगह कहानियाँ हैं
कब्रिस्तान भी अछूता नहीं
दिन तारीख  भी अंकित है हर कब्र पर
और उसमें बंद एक उपन्यास है
श्मशान भी तो खाली नहीं
हर पल घटित होती उसमें कहानियाँ हैं
जिन्हें लिखवाता रहता है
पवन मुझसे
जब तक मैं जिन्दा हूँ
कलम चलती रहेगी
लेकिन पवन जब बौरा जायेगा
तब कहानियाँ गड़ जायेंगी जहाँ की तहां
और सिन्धु घाटी  सी एक नई सभ्यता जन्मेगी |

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