स्वदेश का
प्यार हो
विदेश के
प्रति मान हो
घर में
नैतिकता हो
नई
तकनीक ग्राह्य हो
पूर्वजों पर
शान हो
पैतृक प्यार
का ऋण हो
सन्तति के
भविष्य का कर्तव्य बोध हो
वर्तमान में
जियें हम
सादा जीवन
उच्च विचार हो
परिवर्तन की
खुशबू बहे
बस इतनी ही
मीठी सी चाह है |
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