हमारे लिए
श्रद्धेय है हमारी माँ
घर के किसी
भी सदस्य को कुछ बातें अन्य को बताना है
तो हम माँ को
कहते हैं
और अपना
वांछित काम कर डालते हैं
आखिर माँ से
पूछ कर किया है हमने वह कार्य
माँ सबसे बड़ी
है
हमारे घर की
सबसे बड़ी है माँ
उसकी
सहमति के बिना पत्ता नहीं हिलता
हमारे घर का
हम अपनी
पत्नियों का कहा नहीं मानते
माँ हमारे लिए
सर्वोपरि है
आखिर बैंकों
का फिक्स्ड डिपाजिट और मकान
हमारे पिता ने
अपने श्रम से ही बनाया है
हम शहर के
विभिन्न दर्शनीय स्थानों में जाते हैं
तो माँ को साथ
ले जाना चाहते हैं
पर माँ जाना
नहीं चाहती
एक बार बीमार
पड़ी माँ तब उसे घुमा लाये
उसे शहर का
मन्दिर
हम इज्जत करते
हैं अपने माँ की
हमारे पड़ोसी
भी हमारी प्रशंसा करते हैं ....
सुंदर सजीव
प्रस्तर प्रतिमा सी विराजमान है माँ |