गुरुवार, 30 जनवरी 2014

नौकरी की कुर्सी

आज मैं सोंचूं 
अपनी कुर्सी पर ही बैठ मैं 
करता राजनीति 
तो आज 
मैं भी 
सोता घर में 
अपने परिवार के साथ 
नौकरी बनी रहती 
हर महीने सैलरी आती बैंक में 
और 
हर चार साल बाद 
प्रोमोशन पाता रहता |

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